बैतूल: मानवता की मुरत है नरवरे बंधु
जैसा कि हमें अवगत है कि समाज में जहां भी लोगों को मदद की जरूरत पड़ती है हमारे सैनिक बंधु हमेशा सेवा देने के लिए तैयार रहते हैं उनमें से हमारे नरवरे बंधु भी है लोग यूं ही इन दोनों भाई की मिसाल नहीं दिया करते
आज महिला दिवस के दिन जैसे ही जिला अस्पताल बैतूल से एक महिला मरीज की ननद श्रीमती सुखवंती धुर्वे ने विजय नरवरे जी से विनती की कि उनकी ननद जगंती सलामे जिनका ऑपरेशन जिला चिकित्सालय में किया गया था एवं उन्हें आज ए बी पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है जो की ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं है जरूरतमंद महिला मरीज की हालत नाजुक होने के कारण उनके परिजन परेशान हो रहे थे जैसे ही हमारे सैनिक बंधुओं को इनकी जानकारी मिली वह तुरंत ब्लड बैंक पहुंच कर मरीज के लिए रक्तदान किया।
विजय नरवरे जी कहते हैं कि :
नौ माह कोख में रक्त से सीच कर एक जीव को जन्म देती है नारी। फिर क्यों रक्तदान से डरती है दुनिया सारी।।
हिम्मत है तुझमें उसे घुमाओ मत। मिले जब भी रक्तदान का अवसर तो उसे गवावो मत।।
नारी शक्ति को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
धन्य है वो माताएं जिन्होंने ऐसे सैनिकों को जन्म दिया।
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